27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के द्वारा हुई। इसी दिन वर्ष 1970 में विश्व पर्यटन संगठन का संविधान स्वीकार किया गया था।इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि संसार में इस बात को प्रसारित किया जाए कि किस प्रकार पर्यटन वैश्विक रुप से, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाने में तथा आपसी समझ बढ़ाने में सहायता करता है।यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन किसी न किसी देश को इसका मेजबान बनाती है। इस बार का मेजबान देश 'भारत'है। पर्यटन दिवस की जागरुकता को लेकर भी हर साल एक थीम रखी जाती है. इस बार का थीम 'टूरिज्म एंड जॉब: ए बेटर फ्यूचर फॉर ऑल'है। पर्यटन आज दुनियाभर में लगातार बढ़ने वाला और विकासशील आर्थिक क्षेत्र बन गया है और इसीलिए यह विकासशील देशों के लिए नौकरी और आय का मुख्य स्रोत बन चुका है।
भारत सरकार द्वारा पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए 2002में “अतुल्य भारत” योजना की भी शुरूआत की गई थी। देश की पर्यटन क्षमता को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने वाला अपने किस्म का यह पहला प्रयास था। इस अभियान का उद्देश्य भारतीय पर्यटन को वैश्विक मंच पर बढ़ावा करना था। इस अभियान ने हिमालय, वन्य जीव, योग और आयुर्वेद पर अंतर्राष्ट्रीय समूह का ध्यान खींचा। इस अभियान के द्वारा देश के पर्यटन क्षेत्र के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं। भारत विश्व के शीर्ष पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है। भारत के विशाल तथा ख़ूबसूरत तटीय क्षेत्र, अछूते वन, शान्त द्वीप समूह, वास्तुकला की प्राचीन, ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक परम्परा, रंगमंच तथा कलाकेन्द्र, जनजातीय परंपराएं, विश्व के विभिन्न देशों के पर्यटकों के लिए ख़ूबसूरत आकर्षण के केन्द्र बने हुए हैं।पर्यटन देश का तीसरा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाला उद्योग है। इसका राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 6.88 प्रतिशतऔर भारत के कुल रोज़गार में 12.36 प्रतिशतयोगदान है। भारत में 2018 में एक करोड़ पांच लाख पर्यटक भारत आए थे और 1.70 अरब घरेलू पर्यटकों ने सैर की। पर्यटन मंत्रालय के एक आंकड़े के मुताबिक भारत में वर्ष पिछले दस वर्षों में विदेशी सैलानियों से होने वाली कमाई में तकरीबन छह गुना की बढ़ोतरी हुई है। पर्यटन उद्योग की सबसे बड़ी ख़ूबी यह है कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर पैदा हुए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने लोगों से 2022 से पहले कम-से-कम 15 जगह की यात्रा करने का आग्रह किया है।आइए हम इस तरह के प्रयास करें कि यह देश दुनिया भर में पर्यटन के क्षेत्र में नंबर एक पर पहुंच जाए।